एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों का एक दिवसीय सम्मेलन रविवार को राजधानी दिल्ली में शुरू हुआ। इस उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगी भी शामिल हुए। सम्मेलन का आयोजन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किया गया है।
भाजपा के अनुसार, इस सम्मेलन के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, जाति आधारित जनगणना पर केंद्र का निर्णय
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ की तैयारियां सुशासन से जुड़े मुद्दे और पहल ऑपरेशन सिंदूर और जाति गणना पर प्रस्ताव।
भाजपा के सुशासन प्रकोष्ठ के प्रमुख विनय सहस्रबुद्धे ने जानकारी दी कि बैठक में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भारतीय सशस्त्र बलों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा। साथ ही, केंद्र सरकार द्वारा अगली जनगणना में जाति आधारित गणना को शामिल करने के निर्णय की भी सराहना की जाएगी।
सहस्रबुद्धे ने बताया कि सम्मेलन का एक प्रमुख उद्देश्य विभिन्न एनडीए शासित राज्यों में अपनाई गई सर्वोत्तम शासन प्रणालियों पर विमर्श करना है। इसके तहत, संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री अपनी-अपनी सरकारी पहलों और सफल योजनाओं की प्रस्तुति देंगे।
सम्मेलन में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10 वर्ष, और आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ जैसे ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक अवसरों को लेकर रणनीति और कार्यक्रमों पर भी विचार किया जा रहा है।
इस सम्मेलन को एनडीए सरकार की भविष्य की कार्यनीति, जनसंपर्क अभियानों और सुशासन की दिशा में एक निर्णायक कदम के रूप में देखा जा रहा है।